[Audio] नमस्कार दोस्तों, आज हम Jaipur Metro में Interlocking System कैसे काम करता है यह देखेंगे। अब हम इस बारे में और अधिक जानने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।.
[Audio] Namaskar! Jaipur Metro mein Interlocking System kya hai? Interlocking System ek automated railway signaling system hai jo Jaipur Metro ki safety aur efficiency badhaati hai. Iska kaam yeh hai ki yeh sikar railway signals ko monitor karta hai, track sections ko operate karta hai aur trains ko kisi bhi track mein control karta hai. Is system ki help se train track par traffic ko ek jagah se dusari jagah move karne mein efficiency aur safety ka level badha jaata hai. Is process mein switch ya crossings ke zariye train safely ek se dusari track par shift ho jaata hai..
[Audio] हेलो दोस्तों, आज हम जापुर मेट्रो में उपयोग हो रहे इंटरलॉकिंग सिस्टम के बारे में बात करेंगे। इंटरलॉकिंग एक ऐसा सुरक्षा मेकॅनिज़म है, जो एक ही ट्रेन को किसी भी ट्रैक के एक विशिष्ट अवस्था में चलाने से रोकता है। इंटरलॉकिंग में सिग्नल पॉइंट मॅकॅनिज़म और ट्रैक सर्किट्स का उपयोग किया जाता है जिससे ट्रेनों के आपत्तिजनक संयोगों से बचाव और ट्रेनों की चाल की संरक्षा हो सके। जापुर मेट्रो में रूट रिले इंटरलॉकिंग और पैनल इंटरलॉकिंग दो मुख्य प्रकार की इंटरलॉकिंग सिस्टम हैं, जो उपयोग हो रहे हैं। धन्यवाद.
[Audio] जयपुर मेट्रो में तथ्य-यार्ड ईंटरलॉकिंग सिस्टम है। यह सुरक्षा और सक्रियता दोनों का कार्य उपयोग करता है। यह मेट्रो यात्रियों को सुरक्षित रास्तों और सुरक्षित वाटर प्रोक्रेसिंग का भूमिका निभाता है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में इंटरलॉकिंग सिस्टम के लिए पोइंट मशीन्स, सिग्नल्स, ट्रैक और ट्रैक सर्कुल्स आदि के बेसिक और फंक्शनल घटकों का उपयोग किया जाता है। ये सभी घटक एक साथ प्रयोग में आते हैं और मेट्रो की वापसी को सुनिश्चित करते हैं।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में अनुकूलित व्यवस्था से ग्रीन, रेड और वियॉलेट रंग की चमकदार लाइट आइसेंसिल का उपयोग किया जाता है जिससे रेलगाड़ियों की आवाजों की नियंत्रण की जाती है। इन आईसेंसिलों द्वारा रेलगाड़ी को रुकने या आगे बढ़ने पर संकेत दिया जाता है।.
[Audio] "जयपुर मेट्रो में, ट्रैक सर्किट एक विद्युत प्रणाली है जो ट्रेनों की उपस्थिति आपत्तिजनक तौर उत्तरदायी और इंटरलॉकिंग नियंत्रण पैनल से संवाद करता है। यह फोटो को अज्ञात लेखक वाली CC BY-NC के तहत लाइसेंस दिया गया है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में इंटरलॉकिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता है। यह सिस्टम ट्रैक सर्किट काम करने में सहायक होता है। इसके अलावा, ट्रेनों की पहचानने के लिए सिग्नल तथा हमारे और उपयोगी सिस्टम में निगरानी और स्पेक्ट कंट्रोल के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में अंतरलक्ष्य प्रणाली के लिए, ट्रेन की उपस्थिति का पता लगाने के लिए ट्रैक और सेंसर के माध्यम से तकनीकी क्रिया का प्रयोग किया जाता है। ट्रैक सेक्शन के लंबाई के लिए प्रवेश से पूर्व विद्युतीय निर्देशक रखे गए होते हैं। ये निर्देशक एक बंद चक्र की तरह काम करते हैं, जब कोई ट्रेन उस ट्रैक सेक्शन में नहीं होती है तो चक्र बंद होता है। जब कोई ट्रेन उस ट्रैक सेक्शन में प्रवेश करता है, तो वह प्रवेश से पूर्व विद्युतीय चक्र को निर्दिष्ट करता है, जिससे वह चक्र तोड़ दिया जाता है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में, इंटरलॉकिंग सिस्टम का उपयोग कोर्स लेकर रहता है। यह ट्रैक सर्कुल में ब्रेक को प्राप्त करता है और इस जानकारी को सांठलिक सिस्टम में भेजा जाता है। इसके अलावा, इंटरलॉकिंग सिस्टम और अन्य संकेत और उपकरणों के साथ, अलग-अलग ट्रेनों का मुद्दतांत नियंत्रित किया जाता है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में, विभिन्न ट्रैक सेक्शनों में रेलगाड़ी को इंटरलॉकिंग सिस्टम के इस्तेमाल से पहचानने हेतु इस डेटा का सुरक्षा आवश्यक्ता है, ताकि ट्रेनों के बीच सम्पर्कित आंतरिक हिस्सों में सुरक्षित अंतर बनाया जा सके।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में इंटरलॉकिंग सिस्टम का प्रयोग होता है। यह सिग्नल आस्पेक्ट कंट्रोल के आधार पर, ट्रैक सेक्शन की विभिन्न स्थितियों को संबोधित करने का एक उपयोगी तरीका है। यदि ट्रैक सेक्शन भरा हुआ होता है, तो इससे दी गई सिग्नल ट्रेन को रुकने या सावधानी से चलने की सूचना दी जाएगी। यदि ट्रैक सेक्शन साफ होता है, तो इससे सिग्नल ट्रेन को चलने की अनुमति दी जाएगी।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में, ट्रेन की चालंकी नियंत्रित, ट्रैक का उपयोग निरीक्षण, पॉइंट पॉझिशन नियंत्रण, रूट सेटिंग और सुरक्षा ओवरराइड करने के लिए, इंटर्लॉकिंग सिग्नल काम किये जाते हैं।.
purposes. T rain Movement Control : Interlocking signals govern the movement of trains by indicating whether a train is permitted to proceed, stop, or approach with caution. They provide visual indications to train operators about the status of the track ahead..
[Audio] जयपुर मेट्रो में इंटरलॉकिंग सिस्टम प्रयुक्त होता है ट्रैक ऑक्यूपेशन डिटेक्शन के लिए। इसका उपयोग आगे बढ़ने वाले ट्रेनों की दृष्टि अगर की जाए तो इनसे प्रतिक्रियाएं लेने और विरुद्धीकरणीय क्रियाओं को रोकने में मदद मिलेगी।.
[Audio] जयपुर के मेट्रो के लिए अंतरक्रियाण प्रणाली को बढावा देना बहुत महत्वपूर्ण कार्य है। उद्देश्य यह है कि पॉइंट, स्विच की नियंत्रण की जाए ताकि ट्रेन गलत रास्ते पर ना भेजी जाएं और प्रत्येक सुरक्षित रूप से जाए। इसलिए हम अंतरक्रियाण प्रणाली का उपयोग करते हैं जो ट्रेनों को निर्देश देता है कि वे किस रास्ते पर ध्यान रखें।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में इंटरलॉकिंग सिस्टम का उपयोग मार्ग निर्धारण के द्वारा होता है। इससे सिग्नल्स और पॉइंट्स को कारोनेट करके अपनी इच्छित रास्ता बनाया जा सकता है। इसमें सिग्नल्स और स्विचेज की सही क्रमबद्धता और पोजिशनिंग को निर्धारित करता है ताकि ट्रेन अपनी इच्छित रास्ता पर चल सके।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में, अंतरिक्षित प्रणाली का उपयोग पार्टिकुलर संदर्भ, लोगों के भूल आदि से मोटापे को रोकने के लिए एक बेहतरीन सुरक्षा मेकेनिज़ है। ये अंतरिक्षीय सिग्नल अतिरिक्त सुरक्षा लॉज़िक प्रदान करके विविध आदेशों से ट्रैफ़िक सुरक्षा डिजाइन को पुष्टि देते हैं।.
[Audio] दोस्तों, जयपुर मेट्रो का इंटरलॉकिंग सिस्टम है जो रूट सेटिंग, लॉकिंग और नियंत्रण को निंथर करता है। यह फील्ड एलेमेंट अक्षमण से संबंधित है तथा साफ़, सुरक्षित और अच्छी नियंत्रण दिलाता है।.
[Audio] नीचे जापुर मेट्रो में इंटरलॉकिंग सिस्टम के बारे में बताया जा रहा है। यह रूट सेटिंग और लॉकिंग कार्यों को आधुनिकरण करता है। हमारे सिस्टम के सरल और सुविधाजनक उपयोग से, रूट चेकिंग का समाधान सुनिश्चित हो जाता है।.
[Audio] हम जयपुर मेट्रो के अंदर एक कंप्यूटर आधारित इंटरलॉकिंग आर्किटेक्चर का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये ASCV और SSW दो प्रकार के मशीन इस्तेमाल करते हैं, जो कार्य को ठीक तरीके से सम्पन्न करने में मदद करते हैं। इंटरलॉकिंग की मदद से, शैलीकोड का विश्लेषण किया जाता है जिससे रेलगाडी दो हॉर्नों के बीच यात्रा कर सके।.
[Audio] जैपुर मेट्रो में आईन्टरलॉकिंग सिस्टम प्रयोग किया जाता है जिसके लिए आरएससीवी (ASCV), एटीसी (ATC) और एटीएस (ATS) का उपयोग किया जाता है और यूवीपीएस (UVPS) और यूसीसी (UCS) भी उपयोग में लाये गए हैं।.
[Audio] इजराइल मेट्रो के रोहेशपुर से शुरू होने के बाद, इंटरलॉकिंग सिस्टम का उपयोग रोहेशपुर, स्वागतीपुर, नीनादाबगंज और अरविन्दुनगर इत्यादि जैसे स्थानों के बीच में चलने के लिए महत्वपूर्ण है। इसके लिए उभर चुके वॉटर सप्लीमेंट (UVPS) का उपयोग किया जाता है, जिसके द्वारा पावर सप्लीमेंट को नियंत्रित किया जा सकता है जैसे आर्बिटर की जाँच, वायरल वोल्टेज आदि के लिए।.
uvps. There are two types of UVPS are: Vital power supply Vp Aovd Vital power switch module AFMb.
[Audio] जयपुर मेट्रो में इंटरलॉकिंग सिस्टम के तहत वायटल पावर सप्लाई मॉड्यूल है। यह सुरक्षा द्वारा सुरक्षित पावर स्तर को नियंत्रित करता है और यूएलई में जानकारी प्रदान की जाती है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो की इंटरलॉकींग सिस्टम में, वितल पावर स्विच मॉड्यूल का एक हिस्सा है। AFM कार्ड से Uls/N से स्टैंडबाय वीपी : के साथ मॉड्यूल का नोर्मल पावर अंतरण करने के लिए वितल आउटपुट को कनेक्ट किया जाता है और री साथ से भी कनेक्ट होता है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में इंटरलॉकिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता है जो विभिन्न ट्रांसमिशन चैनलों में कनेक्शन तैयार कर सकता है। यह एक यूनिट कोड एक्सेशन स्विच (UCS) के द्वारा प्रभावित होता है। यें दो अलग-अलग मॉड्यूल से मेंट होते हैं, जो विभिन्न कार्यों को निर्वहण करते हैं। एक लाइन स्विचर मॉड्यूल और दूसरा मॉडेम मॉड्यूल है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में अंतरिक्षित सिस्टम के तहत एलएसडब्ल्यू मॉड्यूल का उपयोग किया जाता है। यह मॉड्यूल दो प्रकार के कार्ड पर निर्भर करता है - SUP_AL5 और एलएच। SUP_AL5 एलएसडब्ल्यू मॉड्यूल पावर सप्लाई के लिए उपयोग होता है, तोहफ़ा एलएच नार्मल और स्टैंडबाई चैनल के बीच स्विचिंग का कार्य करता है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में, इंटरलॉकिंग सिस्टम के लिए दो प्रकार के मॉडम मॉड्यूल का उपयोग किया जाता है। सीआरएसए2 कार्ड फाइबर ऑप्टिक मॉडम है जबकि एसयूपी_एल15 ऊर्जा स्रोत है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में, अन्य उपकरणों को समावेश करने के लिए इंटरलॉकिंग सिस्टम का उपयोग किया जाता है। यहाँ, चयन और शर्तों के सम्मिलन के लिए आईडीई पैनल का उपयोग किया जाता है। ये दो पुश-बटन और लाइट्स के सेक्शन से गुणित होता है, एक स्ली N और एक स्ली R के लिए। उन पुश-बटन N और R का उपयोग कर मैन्युअल स्विच-ओवर किया जा सकता है। ये विफल प्रभाव से संरक्षित हैं, जो कुबिकल के स्क्रीन के विमुक्त पेज पर लक द्वारा सेट होता है।.
[Audio] ज़यपुर मेट्रो में यात्रियों के लिए एससीवी कार्ड का उपयोग किया जाता है। इसमें यूएस, यूवो, यूवी, और यूएलई रैक आदि के कई फंक्शन होते हैं। यूएस रैक से मेट्रो से निकासी और लॉकिंग सुसज्जित किया जाता है, यूवो रैक से पुस्तिका संतुलन के लिए सूचनाएं प्रदान की जाती हैं, यूवी रैक के साथ साइटर बैलगार्स में मजबूती बढ़ाई जाती है, और यूएलई रैक से सिस्टम पिन संयोजित किया जाता है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो प्रदेश में, ऊर्जा आपूर्ति के लिए इंटरलॉकिंग सिस्टम के साथ, यूएएस (Universal Automatic System) का उपयोग किया जाता है जिससे वर्तमान तथा भविष्य में आवश्यकताओं को भी पूरा किया जा सकता है।.
[Audio] "इस प्रस्तुति में, जयपुर मेट्रो में इंटरलॉकिंग सिस्टम का उपयोग 'UVO' के रूप में है। यह आउटपुट के लिए पॉइंट मशीन, पॉइंट ट्रैक और सिग्नल के लिए प्रयोग किया जाता है।.
[Audio] ग्राहकों, जयपुर मेट्रो के लिए पैमाने पर UVI (Universal Vector Interlocking) का इंटरलॉकिंग सिस्टम प्रयोग किया जाता है। यह पॉइंट मशीन, पॉइंट ट्रैक और सिग्नल के लिए आउटपुट के लिए प्रयोग किया जाता है।.
[Audio] राजस्थान के प्रधान शहर जयपुर में एक नया उद्देश्य जनकारी बिजनेस का है। यह सिस्टम तीन से अधिक रेल कार्यक्रमों को व्यवस्थित करने के लिए आवश्यक सुविधाएं प्रदान करता है। CBI, ATS और ATC तीन केंद्रीय सिस्टम हैं जो अंतरण रैक के डायरेक्ट लिंक के जरिए गुणडी से संपर्क करते हैं। इससे रेल संचालन आसानी से व्यवस्थित हो जाता है।.
[Audio] अब हम जयपुर मेट्रो में इंटरलॉकिंग सिस्टम पर बात करेंगे। यह एक हानिकारक स्थिति से रोकने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह प्राथमिक सुरक्षा सेफ डिज़ाइन के माध्यम से प्राप्त होती है। इसे सामान्य और मानवीय स्थिति में लागू किया जाता है।.
[Audio] जयपुर के लिए मेट्रो के लिए IXL बूलियन इक्युशन पर आधारित नॉर्मल कंडीशन में सुरक्षित व्यवहार का महत्वपूर्ण भूमिका है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में इंटरलॉकिंग सिस्टम के दो तरीके हैं परमिशन और रेस्ट्रिक्टिव। रेस्ट्रिक्टिव स्थिति ट्रेन की चाल को प्रतिबंधित करती है, जबकि परमिशन स्थिति की अनुमति देती है। में यदि त्रुटि हो जाती है तो प्रक्रिया रेस्ट्रिक्टिव स्थिति पे वापस आ जाती है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में Interlocking system आपको किसी कार्यक्रम ने दी गई किसी अनुपर्मिशन के आधार पर सुरक्षित और असुरक्षित विफलता मोड को कन्ट्रोल करने की परिभाषा देती है। इसमें Output और Control में Permissive Action और Non Permissive Action दोनों विफलता मोड को अलग-अलग प्रकार से निर्मित किया गया है, जिसमें से एक सुरक्षित, दूसरा असुरक्षित होता है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में इंटरलॉकिंग सिस्टम सामान्य आदमी के लिए उपयोग का आसान बनाता है। यह हमें किसी भी स्थिति में दिए गए उत्पाद और सामान को नियंत्रित करने में मदद करता है। इंटरलॉक सिस्टम गतिविधियों को टेबल द्वारा देखते हुए आउटपुट, साइनल दीवार, रौशनी और पॉइंट मशीन को बंद करने में मदद मिलती है।.
[Audio] हम जयपुर मेट्रो में इंटरलॉकिंग सिस्टम पर बात कर रहे हैं। यहां मौजूद इंडिकेशन और पॉइंट मशीन सभी उपकरणों की तुलना करते हुए, ऒस्ट में पॉशबुटन से आधारित कोई स्थिति नहीं है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में अंतरिक्षीय प्रणाली के लिए, CBI की सुरक्षा निर्माणों का प्रयोग किया जाता है। यह सुरक्षा निर्माणों में पृथ्वीरूप की संयुक्त सुरक्षा निर्माण, प्रतिक्रियात्मक अपरिहार्य सुरक्षा निर्माण, विस्तार और विस्तार और विस्तार की जांच आदि विषयों पर प्रयोग किया जाता है। इन विभिन्न तरीकों की सहायता से, जयपुर मेट्रो के सुरक्षा और आजीविका में सुधार हो सकता है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो के लिए एक अंतरराज्यीय बंधन प्रणाली है जो यह सुरक्षित और सफल गतिविधियों को निर्माण करने में मदद देती है। इसमें सुरक्षात्मक क्रमण को बहुत अधिक महत्व दिया गया है। Voter प्रमुख तत्व के रूप में चुना गया है। इसके अलावा, यह सभी आम मोड त्रुटियों को नजरअंदाज करता है।.
[Audio] मेट्रो जयपुर में प्रतिरोधक सुरक्षा के लिए कई तरह की तकनीकें उपलब्ध हैं, खासकर एक केवल प्रोसेसर पर डेटा कोडिंग, एक केवल प्रोसेसर पर सॉफ्टवेयर डाइवर्सिटी और उपलब्धता के उद्देश्य के लिए डुप्लिकेशन जोड़ा जा सकता है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो के लिए इंटरलॉकिंग सिस्टम एक मामूली, भरोसेमंद और सुरक्षित तरीका है। गतिविधियों की विश्लेषण की जाने पर प्राकृतिक तत्वों को नियंत्रित करने के लिए उपयुक्त अमल का उपयोग किया जाता है। उन तत्वों के द्वारा इंटरलॉकिंग सिस्टम रोके गये अवरोध को आगे पहुँचने से रोका जाता है, जो प्रत्येक गलती को बचाता है।.
Cbi interfaces. Safety allocation over CBI interfaces.
[Audio] "जयपुर मेट्रो में इंटरलॉकिंग की प्रणाली नॉन सेफ्टी रिलेटेड लिंक पैकेज से सम्बंधित है। यह तीन अंगों से मुक्त है- डायग्नोस्टिक और मेंटेनेंस डेटा प्रबंधन। इनसे मेट्रो को सही ढंग से चलाने में मदद मिलती है।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में अंतरबंधी प्रणाली के लिए, सुरक्षा से सम्बंधित लिंक होते हैं - अंतरबंधी, स्वचालित ट्रेन नियंत्रण, यार्ड, जरूरी सब सिस्टम और ऑपरेटर। ये सभी लिंक पेशेवर सुरक्षा के लिए जयपुर मेट्रो में अहम हैं।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में CBI-इंटरफेस से यार्ड डिवाइस तक एक अंतरपैठिक प्रणाली उपयुक्त कर दी गई है ताकि ये निर्देशन देने, नियंत्रण करने और निर्देशन करने के उद्देश्य से कार्यरत हो सके।.
[Audio] जयपुर मेट्रो में आईन्तरलॉकिंग सिस्टम का उपयोग किया गया है। यह सिस्टम अन्य सिस्टमों जैसे CBI Interface to ATC Subsystem, Movement Authority Control Indication आदि के साथ संबंध स्थापित करता है। यह मेट्रो सेवा में तेज़ और मानवीय रूप से सुरक्षा दोनों प्राप्त करने में मदद करता है। हम उन सभी कार्यकर्ताओं को आभारी हैं, जो इस सिस्टम के लिए अपने योगदान देने के आश्वस्त हैं। धन्यवाद!.