CHILD DEVELOPMENT AND PROCESS OF LEARNING PROJECT WORK.
CHILD. बाल का अर्थ > बाल विकास से तात्पर्य हम लोग १२ वर्ष तक के बच्चों से लगाते हैं , पर बाल विकास में गर्भावस्था से लेकर युवावस्था या परिपक्वता से लगाते हैं.
DEVELOPMENT. विकास का अर्थ > विकास प्राणी में पाई जाने वाली उस स्वाभाविक प्रक्रिया को कहते हैं जिसमे प्राणी में गर्भाधान से लेकर वृधावस्था तक अनेक क्रमिक शारीरिक व मानसिक परिवर्तन होते हैं.
बाल विकास की विशेषताएं. यह एक व्यावहारिक विज्ञान है इसका केंद्र बिंदु बालक होता है यह विधायक एवं नियामक विज्ञान है यह बालक के व्यवहार के विभिन्न पक्षों का अध्ययन करता है यह अधिगमकर्ता के सीखने के अनुभवों की विवेचना करता है.
बाल विकास की अवस्थाएं. रास के अनुसार > शैशवावस्था INFANCY - १ से ५ वर्ष तक बाल्यावस्था CHILDHOOD – ५ से १२ वर्ष तक किशोरावस्था ADOLESCENCE – १२ से १८ वर्ष तक प्रौढ़ावस्था ADULTHOOD – १८ से ऊपर.
शैशवावस्था INFANCY. यह औसतन जन्म से ५ या ६ वर्ष तक चलती है , जिसमें इन्द्रियां काम करने लगती हैं तथा बालक चलना तथा बोलना सीखता है | यह जीवन का सबसे महत्वपूर्ण काल होता है क्योंकि यह बालक के विकास का आधार प्रस्तुत करता है | शैशवावस्था सीखने का आदर्शकाल है |.
शैशवावस्था की विशेषताएं. तीव्र शारीरिक विकास तीव्र मानसिक विकास सीखने की प्रक्रिया में तीव्रता जिज्ञासा नैतिक भावना का अभाव अकेले व साथ खेलने की प्रवित्ति संवेगों का प्रदर्शन.
बाल्यावस्था CHILDHOOD. बाल्यावस्था को मिथ्या परिपक्वता का काल कहा जाता है | शिक्षा आरम्भ करने के लिए यह आयु अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है | इसे प्रारंभिक विद्यालय की आयु एवं टोली की आयु कहा जाता है | यह अवस्था व्यक्तित्व निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है |.
बाल्यावस्था की विशेषताएं. शारीरिक व मानसिक विकास में स्थिरता जिज्ञासा की प्रबलता मानसिक योग्यताओं में वृद्धि सामूहिक भावना का विकास रचनात्मक कार्यों में रूचि संवेगों पर नियंत्रण प्रतिस्पर्धा की भावना.
किशोरावस्था ADOLESCENCE. किशोरावस्था बड़े बल, तनाव, तूफान, एवं विरोध की अवस्था है | किशोर ही वर्तमान की शक्ति व भावी आशा को प्रस्तुत करता है | यह अवस्था औसतन १२ वर्ष से १८ वर्ष की आयु तक की है , जिसके अंतर्गत कामंगों का विकास शारीरिक काम विशेषताओं का प्रकटीकरण लाता है |.
किशोरावस्था की विशेषताएं. स्वाभिमान की भावना धर्म और ईश्वर के प्रति विचार विद्रोह की प्रवित्ति समाज सेवा एवं देश भक्ति की भावना कल्पनाशीलता शारीरिक एवं बौद्धिक विकास कामुकता.