कक्षा -6 विषय-हिन्दी कहानी- नादान दोस्त.
हिंदी साहित्य रचना की दो विधाएं हैं गद्य और पद्य।.
नादान दोस्त कहानी के लेखक मुंशी प्रेमचंद जी हैं।.
प्रेमचंद की कहानियां और उपन्यास. उपन्यास सेवासदन कायाकल्प मंगलसूत्र कहानियां आत्माराम कप्तान साहब बड़े घर की बेटी निर्वासन नाटक संग्राम कर्बला प्रेम की वेदी प्रेमाश्रम गबन निर्मला रंगभूमि कर्मभूमि गोदान नमक का दरोगा सवा सेर गेहुँ घमण्ड का पुतला नेकी पंच परमेश्वर आखिरी मंजिल ज्योति धिक्कार कफ़न दो बैल की कथा नादान दोस्त दो सखियाँ.
पुरस्कार और सम्मान प्रेमचंद जी के याद में भारतीय डाक तार विभाग द्वारा 30 पैसे मूल्य का डाक टिकट जारी किया गया । गोरखपुर के जिस स्कूल में मे को पढ़ाते थे वहीं पर प्रेमचंद साहित्य संस्थान की स्थापना की गई । प्रेमचंद जी की पत्नी शिवरानी देवी ने प्रेमचंद घर के नाम से उनकी जीवनी लिखी ।.
कठिन शब्दों के अर्थ तकलीफ - कष्ट यकायक - अचानक हिफाज़त - रक्षा ताकना - देखना दबी आवाज़ से - धीरे से बहलाना - खुश करना चिथड़े - फटे हुए वरना - नहीं तो चटनी कर डालना - खूब पीटना कसूर - अपराध, दोष चतुर – चालाक टहनी - पेड़ की शाखा आहिस्ता से - धीरे धीरे चेहरे का रंग उड़ना - घबरा जाना सोटी - डंडा सत्यानाश - पूर्ण नाश मालूम - पता सवाल - प्रश्न जवाब – उत्तर भीगी बिल्ली बना - डरा हुआ जोग – कोशिश मज़ा - आनंद तरह-तरह के - अनेक प्रकार के कार्निस - दीवार के ऊपर आगे बढ़ा हुआ भाग सुध - ध्यान, जानकारी तसल्ली - दिलासा.
कठिन शब्दों के अर्थ फुर्सत - खाली समय फुर्र से – शीघ्र से पेचीदा - मुश्किल अधीर - जिसमें धैर्य न हो , बेचैन चारा - भोजन जिज्ञासा - जानने की इच्छा हिकमत - उपाय चाव - शौक अंदाज़ा - अनुमान उधेड़बुन - सोच विचार सूराख - छेद आँख बचाकर - नज़रों से बचकर, छिपकर प्रस्ताव - सुझाव स्वीकृत – मंजूर लू - अत्यंत गर्म हवा उत्सुकता - जिसाज्ञा मासूमियत – भोलापन नादानी – मूर्खता सहेजना - सँभालना.
कहानी का परिदृश्य कहानी में बल मनोभावों का अत्यंत सुन्दर चित्रण किया गया है, यह कहानी दो नादान बच्चों केशव और श्यामा पर आधारित है। नादान दोस्त मुंशी प्रेमचन्द जी द्वारा रचित बाल मनोविज्ञान पर आधारित है। कहानी में दोनों बच्चें चिड़िया के अण्डों की सुरक्षा के लिए अच्छे कार्य करते हैं परन्तु ज्ञान और अनुभव की कमी के कारण वे उनकी बर्बादी का कारण बन बैठते हैं।.
(9. केशव. श्यामा. माता जी. कहानी के पात्र. ?नादान दोस्त प्रेमचंद की कहानी l Nadan dost Premchand ki kahani l हिन्दी कहानी l PJ hindi kahani - YouTube.
कहानी की पृष्ठभूमि. कहानी "नादान दोस्त" , एक ऐसे घर की कहानी है जिसमें दो बच्चे जो की भाई बहन होते हैं । यह एक बाल कहानी है , लेखक ने बच्चों की नादानी किस प्रकार की होती है इसके बारे में बताया है, जिसमें दोनों बच्चों के घर में चिड़िया ने अंडे दिए थे। दोनों बच्चों ने चिड़िया को बार बार कार्निस के ऊपर आते जाते देखा और चिड़िया को वहां बैठा पाते। दोनों बच्चे कैसे सब कुछ भूलकर उन्हें ही देखते रहते और उनके बाल मन में तरह तरह के सवाल उठते। पर उनके सवालो का जवाब देने वाला कोई नहीं था ऐसे में खुद ही एक दूसरे से सवाल जवाब करते थे। और फिर कैसे वे अपनी नादानी में क्या कर देते हैं यही कहानी में बताया गया है जिससे असली कहानी की शुरुआत होती है।.
कहानी का किरदारों के बारे में इस कहानी में लेखक ने केशव और उसकी बहन श्यामा की मासूमियत, नादानी और पक्षियों के प्रति उनकी उत्सुकता का वर्णन किया है। केशव और उसकी बहन श्यामा चिड़िया के अंशों को सहेजना चाहते थे लेकिन बाल सुलभ लापरवाही के कारण अंडे फुट जाते हैं जिस कारण केशव और श्यामा बहुत दुखी होते हैं।.